मधुर
Madhur

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प्रस्तुत पुस्तक नित्यलीलालीन श्रद्धेय भाईजी श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके द्वारा कल्याणके लिये समय-समयपर लिखे गये भगवान् श्रीकृष्ण और उनकी अभिन्न शक्ति श्रीराधाजी एवं महाभागा गोपिकाओंके दिव्यातिदिव्य प्रेममय उद्गारोंका ७२ झाँकियोंके रूपमें मनोहर काव्यात्मक चित्रण है।

The present book is a beautiful poetic depiction of the divine and divine love utterances of Lord Krishna and His integral power Sri Radhaji and the fortunate Gopikas written from time to time for the welfare of Shri Bhaiji Sri Hanuman Prasadji Poddar.