लेखक
लेखक
श्री राधाबाबा
₹100.00
॥ श्रीहरिः ॥
महाभावमयी श्रीराधा एवं परम रसस्वरुप श्रीकृष्णकी परम पवित्र, परम मधुर लीलाओंका शब्द-चित्र एक सन्त द्वारा अनुभूत है। इनमेंसे कुछ लीलाओंके चिन्तन-ध्यानकी तिथि एवं समय भी बताया गया है । अन्तमें श्रीराधा-माधव-रस-सुधा ( षोडश गीत) दिया गया है । लीला-चिन्तनके गम्भीर साधकोंके लिए एक उपयुक्त पुस्तक है।
The word-picture of the supremely sacred, supremely sweet pastimes of Mahabhavmayi Shriradha and Supreme Rasawarup Shri Krishna is felt by a saint. The date and time of contemplation and meditation of some of these pastimes have also been mentioned. In the end Shriradha-Madhav-Ras-Sudha (sixteen songs) were given. A suitable book for serious seekers of Leela-chintan.
श्री राधाबाबा